वक्त रुक जाए उस वक्त जब आप साथ हों
दूर तलक हों चंदा की चादनी और हाथों मैं उनके मेरा हाथ हों
बस एक यही ख्वाहिश है
जी भर सजाऊँ आखो मैं सपने
आप हों कुछ करीब अपने
हवाओं का जोंका कुछ खाश हों
बस एक यही ख्वाहिश है
ना कुछ कहे वो न लब मेरे कुछ बयां करे
हों कभी हम जुदा ऐसे खुदा ना करें
दिल मैं उनके भी मेरे जैसे कुछ जस्बात हों
बस एक यही ख्वाहिश है
हम जी भर कर उन्हे प्यार करें
सब कुछ उन पर निसार करें
बस वही मेरे हर गम हर खुशी के राजदार हों
बस एक यही ख्वाहिश है
1 comment:
Haqeeqat karo byaan to mazaak lagta hai,
ibadat karo jab to jhootha khwab lagta hai,
Are ye dil hai dil, aur dil ki hai ye sdaa,
aur tum kehte ho ki tumhe ye haseen ittfak lagta hai
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