Sunday, September 21, 2008

तुम हो ... हम हो.....!!!!!


दिल करता है आज बस तुम हो हम हो
इस नगरी में मोहब्बत की, न हो कोई दूजा

मेरे दिल में आहेसस सिर्फ़ तुम हो
ऐतबार तुम मेरा, तुम हो मेरी पूजा

इश्क़ है जुनून है और है गुदगुदाता समा
तुम हुए हमारे यह जान के मौसम हसा

आयो आब तुम बाहों में आजओ
इस प्यार के न मिले कभी सज़ा
******पलक ******

3 comments:

Dr. Ravi Srivastava said...

दिल में तुम्हारे अपनी कमी छोड़ जायेंगे.
आंखों में आंसुओं की नमी छोड़ जायेंगे.
याद रखना मुझे ढूंढ़ते फिरोगे एक दिन.
जब हम यह जिंदगानी छोड़ जायेंगे।

Anonymous said...

awww....so cute i loved it.... the romance was so sweet..

is this ur new ff???


....raaaj

Anonymous said...

Teri bahon me is qadar pighal jate hain ham
dhadkane tez,labon pe kapkapahat,aankhein nashili ho jati hain sanam
us waqt tere pyar me duniya ko bhul jate hain ham...

Pearl...