प्यार का जिस ने मुझे एहसास दिलाया
जिस के कंधे ने मेरे असू पीए कही बार …
जिन बाँहों ने मुझे सहारा दिया,
दिल में जिनकी सबसे खास-अनोखी जगह है,
जिन्होंने ने मेरे जीवन को आधार दिया
हर मुशकिल राह को जिसने आसां किया ,
खुश रहें सदा वो दिल से !!
कोई गम ना हो, बस ये सौगात मांगती हूँ
ए खुदा मेरी भी उमर लग जाये उन्हें
हर वक़्त हर घडी ,आपसे उनका साथ मांगती हूँ
दिल दुखाया है मैंने , कई बार..
जानती हूँ… और सजा भी खुद आज मांगती हूँ …
मेरी आत्मा है वो न कोई उन जैसा मेरे लिए
हर जनम ,अपने साथ उनका हाथ मांगती हूँ
पलक
4 comments:
Hi Pal,
its Really Wonderful ..
सलाम-नमस्ते!
ब्लॉग की दुनिया में हार्दिक अभिनन्दन!
आपने अपनी व्याकुलता को समुचित तौर से व्यक्त करने का प्रयास किया hai.
अच्चा लगा, इधर आना.
फुर्सत मिले तो आ मेरे दिन-रात देख ले
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"Agar Tumhara Saath Ho To Duniya Badal Sakta Hun, ... Mera Saya Mere Saath Ho Na Ho Tumhara Saath Hamesh Mere Saath Hota Hai"
Pearl...
सुंदर कविता... rather a गझ़ल.. brought some old events and people to mind...
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