आ असमान से नीद का सौदा करे, एक खवाब दे एक ख्वाब ले...
एक ख्वाब जो आखों मैं है , आ उसको पुरा करे ....
शर्म को तेरी आगोश मैं पिघलने भी दे ...
बोलके हल्के हल्के कानो मैं मेरे
सांसों को उलझा दे मेरी सांसों से
दो लफ्ज़ थे ..एक बात थी.. उमर लगी तेरी खामोशियों को बोलने मैं …
सौ साल का वो एक पल था .. उस पल मैं पुरी सदियाँ बिता दें ....
आ असमान का चाँद से सौदा करे रोशनी से भर दे अपना जहाँ .... पलक .....
एक ख्वाब जो आखों मैं है , आ उसको पुरा करे ....
शर्म को तेरी आगोश मैं पिघलने भी दे ...
बोलके हल्के हल्के कानो मैं मेरे
सांसों को उलझा दे मेरी सांसों से
दो लफ्ज़ थे ..एक बात थी.. उमर लगी तेरी खामोशियों को बोलने मैं …
सौ साल का वो एक पल था .. उस पल मैं पुरी सदियाँ बिता दें ....
आ असमान का चाँद से सौदा करे रोशनी से भर दे अपना जहाँ .... पलक .....
4 comments:
उम्रें लगी कहेते हुए
दो लफ्ज़ थे एक बात थी
वो एक दिन सौ साल का
सौ साल की वो रात थी
कैसे लगे जो चुपचाप दोनों
पल पल में पुरी सदियाँ बीतादें.
Pearl...
palak
this is really greate
kaha se milta hai ye ab tumhay
???
please tell me yaar
but this is really superb
veena deepak
ritika said me earlier that u write..
but i did't belive
but today i belive all that words
really awesome
from
Garima and ur all group
Har kisi ko mahobbat mile zaruri to nahi.....
har ankhon ko khuaawab mile zaruri to nahi.....
Khuda ki adate hai intihan lena, har intihan hum pass ho zaruri to nahi.......
Post a Comment