यादें ... हकीकत से हसीं होती है ,
ये जो तेरे खयालो से सजी होती हैं ,
कभी तुम ख़ुद को मेरी नजर से देखो ,
मेरी हस्ती, मेरा एतबार.. सब तुज से ही तो है ,
तू जो आता है.. चला जाता हैं, याद आता है ..
ये जिन्दगी ..तुज पे सदके जीना सिखा दिया...
वरना कुछ और गुजर जाती ख़ुद से बेखबर ...
जो तेरे साथ न गुजरा होता ....
पलक
ये जो तेरे खयालो से सजी होती हैं ,
कभी तुम ख़ुद को मेरी नजर से देखो ,
मेरी हस्ती, मेरा एतबार.. सब तुज से ही तो है ,
तू जो आता है.. चला जाता हैं, याद आता है ..
ये जिन्दगी ..तुज पे सदके जीना सिखा दिया...
वरना कुछ और गुजर जाती ख़ुद से बेखबर ...
जो तेरे साथ न गुजरा होता ....
पलक
3 comments:
AANKH se ghira ansu koi utha nahi sakta,
Kismat me likha koi mita nahi sakta.
Dosto me basti hai jaan hamari,
Hamari jaan ko hamse koi chura nahi SAKTA.
Hi Pal ,
bahut sundar hai...!!
kisi ko pata ho na ho mujhe pata hai
ye tumhara likha hua hai...
bahut achha hai...such main
Ye zindgi ki Zad-o-zahad aur ye tumhari yaad
ye Behoosi ka aalam...aur tooti si har saans
Har waqt jaane kyun ye Aankhen nam si rahti hain
kya Chandni ki chubhan hain, ya hain ye teri yaad
Pearl...
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