रात दिन चेहरा तेरा आखों मैं जगमगाता हैं ,
सोचती हूँ क्या मुझे प्यार हुआ जाता हैं,
जब कभी नजरें मेरी मिलाती हैं तेरी नजरों से ,
जाने क्या बात है दिल खूब मुस्कुराता हैं,
मेरा है शौक युही तनहा - तनहा रहना ,
दिल मगर संग तेरे महफिल जमता हैं ,
ऐसा कुछ है तुज मैं .. ऐसा कुछ हैं मुज मैं,
जो मुझे तेरी तरफ़ बाध्य लिए जाता हैं,
ऐसे बेताबी का और क्या मतलब हैं,
हम हर रोज तेरे दर पर चले आते है ..
हां...! ये सच हैं की मुझे प्यार हुआ जाता है ......!!!!
पलक
सोचती हूँ क्या मुझे प्यार हुआ जाता हैं,
जब कभी नजरें मेरी मिलाती हैं तेरी नजरों से ,
जाने क्या बात है दिल खूब मुस्कुराता हैं,
मेरा है शौक युही तनहा - तनहा रहना ,
दिल मगर संग तेरे महफिल जमता हैं ,
ऐसा कुछ है तुज मैं .. ऐसा कुछ हैं मुज मैं,
जो मुझे तेरी तरफ़ बाध्य लिए जाता हैं,
ऐसे बेताबी का और क्या मतलब हैं,
हम हर रोज तेरे दर पर चले आते है ..
हां...! ये सच हैं की मुझे प्यार हुआ जाता है ......!!!!
पलक
3 comments:
…वाकई आपने बहुत अच्छा लिखा है। आशा है
हमें और अच्छी -अच्छी रचनाएं पढ़ने को मिलेंगे
बधाई स्वीकारें।
“उसकी आंखो मे बंद रहना अच्छा लगता है
उसकी यादो मे आना जाना अच्छा लगता है
सब कहते है ये ख्वाब है तेरा लेकिन
ख्वाब मे मुझको रहना अच्छा लगता है.”
...रवि
http://meri-awaj.blogspot.com/
kyun aajkal neend kam khwaab jyada hai
lagta khuda ka koi nek iraada hain
kal ka fakir dil aaj shehzada hain
lagta khuda ka koi nek iraada hain
kya mujhe pyar hain…
kaisa khumaar hain….
Pearl...
bahut achhi kavita hi.. aap kaisay soch pati ho aise lawaz. mindblowing..........
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