Sunday, January 9, 2011

तुम से है ...!!!!


ए मेरी ज़िन्दगी के हमसफ़र,
मेरी धडकनों में रवानी तुम से है.
तेरी हर ख़ुशी से ख़ुशी है मेरी,
और आँखों में पानी तुम से है.
मैं पल पल तड़पती हूँ तेरे लिए,
मेरी यह जिन्दगानी तुम से है.
मैं हर बात सौचती हूँ तेरे लिए ही,
मेरे जज़्बात- ऐ -रूहानी तुम से है.
मेरा नसीब है के तुम मिल गए मुझे,
यह कुदरत की मेहरबानी तुम से है.
मैं तेरे ही प्यार में पागल हूँ,
मेरी हर अदा दीवानी तुम से है.
मेरी हर सुबह तेरे नाम से होती है,
मेरी हर शाम दीवानी तुम से है.
तुम एक उम्र की बात करते हो,
मेरे तो हर जनम की कहानी तुम से है

5 comments:

Raj said...

Ohhh My God!

kitne sundar alfaaz hai tumhari is rachna ke....bahut pyaara sa ehsaash hai yeh..naseebwalo ko haashil hota hai......

संजय भास्‍कर said...

बहुत अच्छी प्रस्तुति संवेदनशील हृदयस्पर्शी मन के भावों को बहुत गहराई से लिखा है

संजय भास्‍कर said...

आपको और आपके परिवार को मेरी और से नव वर्ष की बहुत शुभकामनाये ......

actionneo said...

Glad to see your poetry. surprised that is there any girl having so much deep emotions & will to surrender. Anyways.......... really heart touching. Keep it up & of course Take care !!
www.rockwithking.blogspot.com

amul said...

Ke tera zikr hai, Ya itr hai
Jab jab karta hoon
Mehekta hoon,Behekta hoon,Chehekta hoon....


Sholon ki tarah
Khusbuyon mein dehekta hoon
Behekta hoon, Mehekta hoon
Ke tera zikr hai
Ya itr hai
Jab jab karta hoon
Mehekta hoon, Behekta hoon,Chehekta hoon....


Teri fikr hai, Ya fakr hai
Teri fikr hai, Ya fakr hai
Jab jab karta hoon
Machalta hoon,Uchalta hoon, Fisalta hoon....

Paagal ki tarah
Mastiyon mein
Tehelta hoon, Uchalta hoon, Fisalta hoon...
Ke tera zikr hai
Ya itr hai
Jab jab karta hoon
Mehekta hoon, Behekta hoon, Chehekta hoon....