टूटे हुए खवाबों में हकीक़त ढूढती हु ,
पत्थर के दिलों में मोहब्बत ढूढती हु .
नादान हूँ में अब तक यह भी नहीं समझी ,
बेजान बातो में इबादत ढूढती हु .
मेरे जज्बातों की कीमत यहाँ कुछ भी नहीं ,
बेईमानी के बाजारों में शराफत ढूढती हूँ .
इस अजनबी दुनिया में कोई भी अपना नहीं ,
गैरों की आँखों में अपनी सूरत ढूढती हूँ .
उम्मीद की थी प्यार की बस येही भूल थी मेरी ,
गिरते हुए अश्कों में अपनी हसरत ढूढती हूँ
पत्थर के दिलों में मोहब्बत ढूढती हु .
नादान हूँ में अब तक यह भी नहीं समझी ,
बेजान बातो में इबादत ढूढती हु .
मेरे जज्बातों की कीमत यहाँ कुछ भी नहीं ,
बेईमानी के बाजारों में शराफत ढूढती हूँ .
इस अजनबी दुनिया में कोई भी अपना नहीं ,
गैरों की आँखों में अपनी सूरत ढूढती हूँ .
उम्मीद की थी प्यार की बस येही भूल थी मेरी ,
गिरते हुए अश्कों में अपनी हसरत ढूढती हूँ