Friday, July 20, 2018

उस दौर की तो साहब चीजें भी वफादार हुआ करती थीं..

मेरी साइकिल की चेन उतरती थी बस एक ही घर के आगे....

Saturday, July 14, 2018

एक अंतिम दिन लिखने की रोज कोशिश करती हूँ लेकिन तेरे मोह ने मुझसे लिखना भी भुला दिया।

वो आख़री दिन, मेरी प्रतीक्षा में हर रोज़ ज़िन्दगी से एक और दिन की मोहलत मांग लेता है और मैं तुम्हारे इंतज़ार में उसे बेफ़िजूली से खर्च कर देती हूँ।

ये दिन बहुत सुनहरे हो सकते थे....गर ये इंतज़ार न होता....

Friday, July 13, 2018

मौसम आज फिर हसीन बन गया

जब एक इंसान में इंसानियत दिख गई 

Monday, July 9, 2018

वो मरने से पहले एक बार जी लेना

इसी को कहते हैं इश्क़ कर लेना...!!!

Sunday, July 8, 2018

उउफ्फ्फफ़ शरारती ठंड मे......

जिद्दी धूप सा है तुम्हारा इश्क......!!!!!