नदियो की उम्र न होती..
जब तक बहता जल है तब तक रवानी रहती है.. ऊँ
डूबोइए और साँसों को बहता देखिये..
बादल भी समेट लेती हैं..
उड़ती चिड़ियाँ भी...
सूखे पत्ते भी लहरों पर आगे-आगे दौड़ते हैं और पीछे-पीछे नदी का वेग उमड़ता रहता है... कौ
कहता है नदियाँ पायल नहीं पहनती हैं..
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