Saturday, April 30, 2011

डर ..




नाम मेरा लेते हुए

अब वो डरता है
जो पल पल कहता था

मेरे पास कुछ नहीं है

तेरे नाम के सिवा ....

Thursday, April 14, 2011




ये संग्दिलों की दुनिया है,


ज़रा संभल के चलना ग़ालिब,


यहाँ पलकों पे बिठाया जाता है,


नज़रों से गिराने के लिए.....!!!